शिवराज सिंह चौहान जी का विकल्प कौन होगा ?

प्रिय पाठकों, चुनाव की तारीखों का एलान हो चुका है| किसी भी रूप में जनता के मत और मन को प्रभावित करने का यह प्रयास नहीं है, यह एक फलादेश है जो दो बातों के होने पर ही सत्य या असत्य सिद्ध होगा पहला यह कि भारतीय जनता पार्टी चुनाव जीत जाए दूसरा शिवराज सिंह चौहान जी को पार्टी कोई और जिम्मेदारी दे |

फ्री कुंडली बनाइये 

एक भोपाल के पत्रकार मित्र ने मुझे बताया कि चार नामों पर चर्चा चल रही है और अगर भारतीय जनता पार्टी चुनाव जीत जाती है तो इनमें से किसी को मुख्य मंत्री बनाया जा सकता है |

आचार्य रमन से बात कीजिये 

उन्होंने मुझे जो नाम दिए वे इस प्रकार से हैं :

प्रहलाद पटेल , नरेन्द्र सिंह तोमर , ज्योतिरादित्य सिंधिया , कैलाश विजय वर्गीय . मैंने कहा आप इन नामों के लिए चार भिन्न अंक भी दें | तो उन्होंने क्रमशः ११, २६ , १८ , १३ क्रमांक दिए | आइये देखते हैं की प्रह्लाद पटेल जी के लिए अंक क्या फलादेश कहते हैं :

दशम भाव का उप नक्षत्र स्वामी गुरु है, दशम भाव सूर्य के नक्षत्र में है, गुरु शुक्र के नक्षत्र में है जो २,७, भावों का स्वामी होकर सप्तम में है|  मुख्य मंत्री जैसा बड़ा और अति महत्त्वपूर्ण पद मिलने के लिए दशम और षष्ठ बहुत ही मजबूत होना चाहिए | गुरु प्रथम भाव में है , ९,१२ का स्वामी है | यह कहीं से भी मजबूत कुंडली नहीं है |

c-section delivery का सही समय निकालिए 

अब दूसरी देखते हैं:

नरेन्द्र सिंह तोमर के लिए दशम भाव का उप नक्षत्र स्वामी बुध है, यह पंचम भाव में है और चंद्रमा के नक्षत्र में है | चंद्रमा चतुर्थ भाव में है | षष्ठ भाव का उप नक्षत्र स्वामी राहू है जो केतु के नक्षत्र में है | राहू का उप नक्षत्र स्वामी शुक्र है जो चर्तुर्थ भाव में है और सिर्फ प्रथम भाव का अधिपति होता है | यह कुंडली भी उतनी सामर्थ्य रखती नहीं लगती है |

अपनी महादशा का फल जानिये 

अब तीसरी कुंडली देखते हैं :

सिंधिया जी की कुंडली में दशम भाव का उप नक्षत्र स्वामी चंद्रमा है, चंद्रमा बुध के नक्षत्र में है और अपने ही उप नक्षत्र में स्थित है | षष्ठ भाव का उप नक्षत्र स्वामी गुरु है जो शुक्र के नक्षत्र में है |

कुंडली मिलान करवाइए 

यह पत्रिका भी ६-१०-११ भावों से नहीं जुडती है |

अब कैलाश जी की कुंडली को देखते हैं :

दशम भाव का उप नक्षत्र स्वामी शनि है | शनि अभी वक्री है | शनि राहू के ही नक्षत्र और उप नक्षत्र में है और गुरु के उप -उप नक्षत्र में है | इस कुंडली में छठे घर का उप नक्षत्र स्वामी बुध है जो छठे घर में ही है और ३-६ भावों का स्वामी होकर चंद्रमा का नक्षत्र में है और राहू के उप नक्षत्र में है |

अतः इन चारों कुंडलियों को देख कर ऐसा लगता है की जो व्यक्ति इन सबमें सबसे अधिक संभव लगते हैं वो कैलाश जी हैं किन्तु इनकी भी कुंडली उतनी सबल नहीं है . या तो इनको अचानक से जिम्मेदारी दी जा सकती है या इनको मिल सकती है किन्तु किसी की भी कुंडली ऐसी नहीं है जिस पर कुछ बहुत प्रभावी रूप से कहा जा सके | संभव है कोई और ही चेहरा आने की तैयारी कर रहा हो |