शनि देव – शनि देव की कथायें
शनि देव (1) महाराज दशरथ और शनि देव पद्मपुराणमें कथा आती है, एक बार जब शनि कृतिका नक्षत्रके अन्तमें थे, तब ज्योतिषियोंने राजा दशरथजीको बताया कि अब शनिदेव रोहिणी नक्षत्रको भेदकर (जिसे शकटभेदके नामसे भी जाना जाता है) जानेवाले हैं, जिसका फल देव-दानवोंको भी भयंकर है और पृथ्वीपर तो बारह वर्षका भयंकर दुर्भिक्ष होना है। […]