वैदिक ज्योतिष में ग्रहों के मन्त्र व नवग्रह पीढ़ाहर स्तोत्र
वैदिक ज्योतिष में ग्रहों के मन्त्र वैदिक ज्योतिष में सूर्य का मंत्र ये जगमगाते हुए हीरे के समान, चन्द्रमा और अग्निको प्रकाशित करनेवाले तेज तथा त्रिलोकीका अन्धकार दूर करनेवाले प्रकाशसे सम्पन्न है| सात घोड़ोंके एकचक्र रथपर आरूढ़ होकर सुमेरुकी प्रदक्षिणा करते हुए, प्रकाशके समुद्र भगवान् सूर्यका ध्यान करना चाहिये| क्या आपकी जमीन में धन है […]