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Rahu Transit in Aquarius Ketu Transit in Leo 18th May 2025

१८ मई को लाहिरी अयनांश के हिसाब से राहू कुम्भ में और केतु सिंह राशि में प्रवेश करेंगे| राहू केतु एक छाया गृह मात्र हैं और ये हमेशा ही उलटे चलते हैं| हमेशा ध्यान रखिये कि कोई भी गृह का गोचर आपकी निजी कुंडली की संभावनाओं को हटा कर अपना कुछ नहीं दे सकता है| इसलिए अगर आपकी राहू या केतु की महादशा अन्तर दशा या प्रत्यंतर दशा चल रही हो अथवा दशा अंतर प्रत्यंतर स्वामी राहू अथवा केतु के नक्षत्र अथवा उप नक्षत्र में हो तभी आपके साथ गोचर फलादेश में वर्णित घटनाएं होंगी और उतनी ही तीव्रता से  होंगी जितनी आपकी निजी कुंडली जन्म के समय लिख दी गयी हैं न उस से कुछ अधिक न उस से कुछ अधिक और न ही उस से कुछ कम|  कुम्भ राशि में मंगल का नक्षत्र धनिष्ठा ६ डिग्री ४० मिनिट का होता है फिर राहू का नक्षत्र सतभिषा १३ डिग्री २० मिनिट का होता है फिर गुरु का नक्षत्र पूर्व भाद्रपद १० डिग्री का होता है| ऐसे ही सिंह में केतु का नक्षत्र मघा १३ डिग्री २० मिनट शुक्र का नक्षत्र पूर्वा फाल्गुनी १३ डिग्री २० मिनिट और सूर्य का नक्षत्र उत्तर फाल्गुनी ३ डिग्री २० मिनिट का रहता है | इस गोचर में जो सबसे विशेष बात है वो यह है की दोनों ही गृह जिस राशि में प्रवेश कर रहे हैं उनमें उनका स्वयं का नक्षत्र पूर्ण रूप से विद्यमान है जिसका सीधा अर्थ यह होता है की जब वे अपने नक्षत्र में भ्रमण करेंगे तो आपको पूर्ण तीव्रता से अच्छा या बुरा परिणाम देने में सक्षम होंगे|

आचार्य रमन से कृष्णामूर्ति पद्धति ज्योतिष सीखिए 

१६ मार्च से ही राहू गुरु के नक्षत्र पूर्व भाद्रपद में स्थित है और यह २३ नवम्बर को सतभिषा में प्रवेश जाएगा और २ अगस्त २०२६  को मंगल के नक्षत्र धनिष्ठा में प्रवेश करेगा| ठीक ऐसे ही केतु गोचर के समय उत्तराफाल्गुनी में स्थित रहेगा और २० जुलाई को शुक्र के नक्षत्र पूर्व फाल्गुनी में प्रवेश करेगा और २९ मार्च २०२६ को केतु अपने ही नक्षत्र मघा में प्रवेश करेगा|

तो आइये देखते हैं किस लग्न के जातक का क्या होने वाला है किन्तु आपको पहले बताई हुई शर्त याद रखनी होगी.

मेष वालों के लिये राहू केतु का राशि परिवर्तन का फल:

आपके लाभ भाव में गोचर कर रहा राहू गुरु से द्रष्ट रहने वाला है अतः गुरु के फल भी आपको मिलेंगे और लाभ भाव के भी | जो लोग कुछ नया करना चाह रहे हैं उनके लिए यह गोचर अच्छा रहने वाला है , आपको अचानक ही तरक्की मिलेगी और रुके हुए काम बनेंगे| आपको धन लाभ होगा और व्यापारी लोगों के लिए अपने व्यापार को आगे बढ़ाने के अनेक अवसर मिलेंगे | विदेश तक आपकी पहुँच इस समय में हो सकती है| जब राहू अपने ही नक्षत्र में जाएगा तो लाभ भाव के फल आपको बहुत अधिक प्राप्त होंगे| जो लोग नौकरी में हैं उनको बेहतर नौकरी मान सम्मान और अधिक सैलरी भी मिलने के पूरे योग बनेंगे| आपको याद रखना है की इस राहू पर मंगल की द्रष्टि न सिर्फ कर्क से आएगी बल्कि जब मंगल सिंह में चला जाएगा तब भी राहू पर इसकी द्रष्टि रहने वाली है अतः नौकरी वाले लोगों के लिए बहुत ही शुभ समय मान कर चलना चहिये | अगर आपकी इस समय में नौकरी किसी कारणवश चली भी जाती है तो आपके लिए दूसरी बेहतर नौकरी आपको तैयार मिलने वाली है| लेकिन जो भी होगा वो आपकी निजी कुंडली में पहले से होना चाहिए अन्यथा सब हवा में ही रहेगा और ख़त्म हो जाएगा| मंगल के नक्षत्र में जब राहू आएगा तब मंगल की द्रष्टि उस पर नहीं रहेगी लेकिन आपको काफी आत्मबल और विश्वास की प्राप्ति होगी|

आचार्य रमन से एक प्रश्न पूछें 

केतु की जिनकी दशा होगी अथवा dba lords केतु से सम्बंधित होंगे उनके लिए समय अच्छा नहीं रहने वाला है| प्रेम संबंधों में मनमुटाव की स्थिति बनेगी, अगर आप गर्भ से हैं तो बहुत ध्यान की आवश्यकता होगी अन्यथा अशुभ घटना हो सकती है| आपको शेयर सट्टे जुए में हानि संभव है | अध्ययन में आपका मन नहीं लगेगा और कुत्सित विचार आपको घेर सकते हैं| आपका  स्वविवेक ही आपका सहारा रहने वाला है| केतु जब सूर्य के नक्षत्र में होगा तब और जब केतु स्वयं के नक्षत्र में होगा दोनों ही समय आपकी संतान के लिए अच्छे नहीं सिद्ध होंगे| शुक्र के नक्षत्र में केतु आपको धन अधिक व्यय करने की प्रेरणा दे सकता है| अत्यधिक गैस की समस्या से आप बहुत परेशान हो सकते हैं| आपको अंतड़ियों की कोई बीमारी हो सकती है| आपकी मंत्र साधना पूर्ण नहीं हो पाएगी|

अपना सही रत्न जानिये 

वृषभ वालों के लिये राहू केतु का राशि परिवर्तन का फल:

2-10-11 के शुभ सम्बन्ध के साथ-साथ अष्टम भाव भी इस गोचर में क्रियाशील होगा किन्तु अष्टम भाव आपकी अधिक हानि आदि नहीं देगा उलटे आपको विरासत दिला सकता है, कोई पुरानी पॉलिसी आदि का धन भी आपको मिल सकता है और साथ ही जो लोग व्यापार में हैं उनके लिए भी और जो नौकरी पेशा लोग हैं उनके लिए भी यह बहुत अच्छा समय रहेगा| अचानक ही आपका स्थान बदल सकता है, अगर आप किसी किराये के मकान में रहते हैं तो उसको बदलना पड़ सकता है, नौकरी तुरंत ही आप छोड़ सकते हैं क्योंकि आपको एक बहुत बेहतर नौकरी मिलने जा रही है| व्यापारी लोगों के लिए धन की आवक बहुत बढ़िया होने वाली है| विवाहित लोगों के लिए सास ससुर से क्लेश की स्थिति बन सकती है| ससुराल से कोई अशुभ समाचार प्राप्त हो सकता है| अगर आप वृद्ध हैं तो इस समय में स्वास्थ्य का अवश्य ध्यान रखें जब राहू मंगल के नक्षत्र में होगा|

कुंडली मिलान करवाएं 

जिनकी केतु की dba होगी अथवा dba lords केतु के नक्षत्र या उप नक्षत्र में होंगे उनके लिए शुरू में परेशानी हो सकती है| इस समय कोई नयी संपत्ति लेने से बचना चाहिए अन्यथा किसी प्रकार की बाधा से ग्रस्त मकान आपको मिल सकता है अथवा जाली पेपर्स के चक्कर में आप फंस सकते हैं| माता का स्वास्थ्य ऊपर नीचे हो सकता है| आपके वाहन में खराबी आ सकती है कोई छोटी मोटी दुर्घटना संभावित है किन्तु बहुत भीषण नहीं होना है कुछ भी जो भी होगा छोटा मोटा ही होगा| इस समय में आपको ह्रदय से सम्बंधित कोई रोग हो सकता है उच्च रक्तचाप की समस्या हो सकती है नेत्रों में दिक्कत आ सकती है| सामान्य ज्वर की शिकायत इस समय में हो सकती है| शुक्र के नक्षत्र में आने के बाद आपकी नौकरी जाने के योग बन सकते हैं, आपकी कार्य दक्षता कम हो सकती है| आपको पेट से सम्बंधित रोग हो सकते हैं| खर्चे एकदम से परेशान कर सकते हैं किन्तु सब होना तभी है जब आपकी निजी कुंडली में इसका कोई प्रमाण पूर्व से ही हो| केतु जब स्वयं के नक्षत्र में आएगा जिसमें की काफी समय होगा, तो आपके लिए काफी समस्या कर सकता है और इस समय में आपको अपने स्वास्थ्य का भरपूर ध्यान रखना होगा| आपको अपने निवास स्थान भी बदलना पड़ सकता है | आपका निवास किसी न किस रूप में बाधा ग्रस्त हो सकता है| आपका घर के सदस्यों से कोई बड़ा मनमुटाव हो सकता है|

आचार्य रमन से अपने शिशु के जन्म की शुभ घड़ी जानिये 

मिथुन वालों के लिये राहू केतु का राशि परिवर्तन का फल:

गुरु के नक्षत्र में और गुरु से द्रष्ट राहू पूर्ण रूप से आपके लिए गुरु के फल देगा और आपको जीवन में शांति सम्रद्धि देगा किन्तु कोई भी व्यक्ति अपने स्वभाव को नहीं त्याग पाता वैसे ही राहू आपको वैचारिक मतभेद देगा, आपकी अपने से बड़े लोगों से अनबन हो सकती है, लम्बी यात्रा में हानि हो सकती है, चोरी हो सकती है, कोई बातचीत पूरी होकर भी काम ख़राब हो सकता है और भाग्य एकदम से विपरीत फल भी दे सकता है किन्तु गुरु की द्रष्टि के कारण सब एक सीमा के अन्दर ही होगा| इसके बाद राहू अपने ही नक्षत्र में होगा और सभी प्रकार से आपको परेशानी देने का प्रयास करेगा किन्तु जो भी आपकी निजी कुंडली में इंगित होगा उस से अधिक कुछ नहीं होने वाला| आपको इस समय में अपने मनोभावों पर नियंत्रण रखना है और आवेश से बचना है | बाकी और कुछ करने के आवश्यकता नहीं है| मंगल के नक्षत्र में आने पर यह राहू आपकी नौकरी में परिवर्तन दे सकता है अथवा कुछ समय के लिए घर भी बिठा सकता है| कार्यस्थल पर आपका विवाद होना संभव है|

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केतु की जिनकी दशा आदि होगी उनके लिए बहुत सारी यात्राएं इंतज़ार कर रही हैं| आप काम में काफी व्यस्त रहने वाले हैं| आप बहुत उत्तेजना के शिकार भी हो सकते हैं अतः शांत रहना सबसे अच्छा होगा| आपको सामान्य ज्वर की शिकायत भी हो सकती है| कन्धों में दर्द की समस्या भी हो सकती है| हथेली की नसों में जकड़न आ सकती है| शुक्र के नक्षत्र में आने पर आप कुछ चल अचल संपत्ति लेने के बारे में सोच सकते हैं| दोस्तों के साथ काफी समय घूमने फिरने में लगा सकते हैं| गर्भवती स्त्रियाँ स्वास्थ्य को लेकर परेशान हो सकती हैं और कुछ अशुभ भी हो सकता है| आपकी संतान का स्वास्थ्य कुछ ख़राब रह सकता है| नौकरी व्यापार में उनको लाभ हो सकता है| यात्रा लाभकारी सिद्ध हो सकती है| स्वयं के नक्षत्र में आने पर आपका क्रोध नियंत्रण के बाहर हो सकता है| आपके छोटे भाई बहनों से कुछ बात बिगड़ सकती है| आप अपने निवास से दूर जा सकते हैं| यात्रा में हानि संभव है| आपका व्यापार नौकरी आदि अच्छी रहने  वाली है| अनायास लाभ के संकेत भी मिलते हैं| आप ऑनलाइन फ्रॉड के शिकार हो सकते हैं|

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कर्क वालों के लिये राहू केतु का राशि परिवर्तन का फल:

८-१२ भावों से जुड़ा हुआ राहू आपको स्वास्थ्य में हानि धन की हानि यात्रा में हानि आदि सब देने में सक्षम है| अगर आपकी दशा में कहीं भी कैसे भी राहू का सम्बन्ध आ रहा है तो आपको चहिये इस समय में जब राहू गुरु के नक्षत्र में होगा तब संभल कर कोई भी काम करें और बड़े निर्णय लेने से बचें| लेकिन ध्यान रखें की आपको बिलकुल भी घबराने की आवश्यकता नहीं है और सामान्य बुद्धि का प्रयोग आपकी हर समस्या से दूर रखेगा| इस समय में आपकी कुंडली में भी ८-१२ की दशा चल रही होगी तो भी निर्भर करेगा कि वो कितनी बुरी है| हर ८-१२ की दशा पूरी तरह से खराब नहीं होती| इस समय में आप अपने कर्जे चुका सकते हैं| गुप्त धन आपको मिल सकता है अथवा आप किसी गुप्त सम्बन्ध में भी आ सकते हैं| कोई लम्बी यात्रा आपको धन हानि दे सकती है| खान पान के कारण अचानक तबीयत बिगड़ सकती है| जहर खुरानी के आप शिकार हो सकते हैं| अनजान लोगों पर भरोसा नहीं करें| जब येही राहू अपने ही नक्षत्र में आएगा तब पूर्ण रूप से आपका अष्टम भाव एक्टिवेट हो जाएगा जो कि आप जानते ही हैं अच्छा नहीं होता| ध्यान रखना ही उपाय है| मंगल के नक्षत्र में आने के बाद आपकी नौकरी जा सकती है, आप पर कोई झूठा इलज़ाम आदि लग सकता है| प्रेम सम्बन्ध पूर्णतः समाप्त होने के पूरे आसार इस समय में बन सकते हैं| आपकी बुद्धि शक्की होती जाएगी और क्रोध भी बढ़ेगा| इस समय में एक्सीडेंट होने की प्रबल संभावना भी बनेगी| उस समय जब मंगल आपके अष्टम भाव से गोचर कर रहा हो तब आप संभल कर रहिये| फरवरी मार्च २०२६ का समय आपके लिए अच्छा नहीं है|

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केतु की जिनकी दशा चल रही होगी उनके लिए अथवा केतु का सम्बन्ध किसी रूप में होगा तो आपको इस समय में किसी को भी उधार नहीं देना है| आपको किसी प्रकार का धोखा होने की सम्भावना भी बन सकती है| आँखों में दिक्कत आ सकती है और अगर आप चश्मा लगते हैं तो इस समय में आपको एक बार आँखें जंचवा लेनी चाहिये| खर्चे बढ़ने के संकेत हैं और परिवार का कोई सदस्य अस्पताल में भर्ती भी हो सकता है| शुक्र के नक्षत्र में आने का बाद एकदम से लाभ की स्थितियां बन सकती हैं| मित्रों से लाभ हो सकता है| किराये के घर में रहते हैं तो घर बदल सकते हैं| प्रॉपर्टी का काम करने वालों को लाभ होने की सम्भावना है| लेकिन किसी भी स्थिति में किसी पर भी एकदम से भरोसा नहीं करना है| चेहरे पर फुंसी, दांतों में दर्द, गले में खराश रह-रह कर हो सकती है| नींद में कमी आ सकती है| अपने ही नक्षत्र में आने पर केतु आपके लिए सभी बुरी बातें जो मैंने पहले कही हैं उनको बढ़ा सकता है| अतः इस समय में आपको सावधान रहना है|

सटीक गृह गोचर जानिये 

सिंह वालों के लिये राहू केतु का राशि परिवर्तन का फल:

सिंह लग्न वालों के लिए जब राहू कुम्भ में गोचर करेगा तो वह पहले गुरु के नक्षत्र में होगा फिर राहू फिर मंगल के नक्षत्र में|  सप्तम भाव में आने के कारण विवाहित जीवन में परेशानियां बढ़ने की संभावना है और आप लोगों को किसी भी गलतफ़हमी से दूर रहना ही अच्छा होगा| प्रेम संबंधों में भी दरार आने की पूरी सम्भावना बनेगी और यदि तलाक आदि का कोई केस चल रहा होगा तो उसमें बहस बढ़ने की पूरी सम्भावना बनेगी| गर्भवती स्त्रियों को चहिये कि अपना और आने वाले शिशु की हेल्थ का पूरा ध्यान रखें| गुरु के बाद राहू अपने ही नक्षत्र में आएगा और येही सबसे खराब समय आपको देखना पड़ सकता है| सप्तम भाव पूरी तरह से प्रभावित होगा और आपके विवाहित जीवन में जहर घुलने जैसी स्थिति बन सकती है| आपने अन्यत्र शारीरिक सम्बन्ध भी बन सकते हैं और ऐसे व्यक्ति से बन सकते हैं जो कि आपसे सामाजिक रूप में बहुत नीचे हो अथवा दूसरे ही धर्म का भी हो सकता है | तेरह डिग्री २० मिनिट का अंतराल जिसको पूरा करने में राहू को बहुत लम्बा समय लगने वाला है – आपके जी का जंजाल बन सकता है अतः जितना हो सके स्वयं पर नियंत्रण रखना ही एकमात्र उपाय है| यह समय आपके धैर्य का पूरा परीक्षण करके ही मानेगा ऐसा आपको ध्यान रखना है| मंगल के नक्षत्र में आने पर जो कि दो अगस्त २०२६ में होगा, आपके काम में अनेक प्रकार के विघ्न आ सकते हैं| यात्राओं में आपको हानि हो सकती है| धर्म कर्म के कार्यों में आपका रुझान बढ़ सकता है किन्तु बहुत अधिक नहीं| मंगल के नक्षत्र में आने पर आपकी उत्तेजना में अचानक वृद्धि हो सकती है| आपको सर दर्द की शिकायत हो सकती है और गुप्तांगों में भी समस्या आ सकती है| आपके व्यापारिक साझेदार से भी आपके सम्बन्ध बिगड़ सकते हैं| पेट की तकलीफें हो सकती हैं| अपने क्रोध और आवेश को नियंत्रित रखना ही इस समय में समाधान है|

केतु की जिनकी दशा चल रही है उनके लिए मानसिक क्लेश बढ़ने के संकेत हैं| सिंह राशि में केतु पहले सूर्य के फिर शुक्र के फिर केतु के नक्षत्र में गोचर करेगा| लग्नेश सूर्य के नक्षत्र में जाने पर केतु आपको आँखों में दिक्कत दे सकता है, आपके अन्दर के अध्यात्म को काफी बल इस से मिल सकता है| आप ईश्वर भक्ति की ओर आकर्षित हो सकते हैं| अगर आपको कोई मानसिक रोग है तो इस समय में छोटी तकलीफ को भी अहमियत आपको देनी चाहिए| शुक्र के नक्षत्र में आने पर आपका ध्यान आनंद में अधिक जाएगा किन्तु आप अपने काम को भी आगे ही रखेंगे और कुछ निर्णय आप इस समय में ऐसे ले सकते हैं जिनसे आपको आर्थिक हानि भी हो सकती है| छोटी यात्राओं में भी आपका समय नष्ट होगा| आपको सिद्ध गणेश मंदिरों के दर्शन करने का लाभ भी इस समय में प्राप्त हो सकता है|  केतु के स्वयं के नक्षत्र में जाने पर आपको मिर्गी की समस्या हो सकती है, माइग्रेन हो सकता है, याददाश्त में कमी आ सकती है, स्वप्न में आप विचित्र चीज़ें देख सकते हैं| स्वप्न में आप श्वेत वस्त्र धारण करी हुई स्त्रियाँ देख सकते हैं अथवा स्वर्ग / मोक्ष की कामना पूर्ण होता देख सकते हैं| किन्तु यह समय आपके लिए बहुत अच्छा नहीं रहने वाला है और आपको बहुत मानसिक क्लेश इस समय में झेलना पड़ सकता है| अगर आपकी जन्म कुंडली में केतु ८-१२ भावों में स्थित है तो दुर्घटना अथवा अस्पताल जाने की स्थिति बन सकती है| आपका अतीन्द्रीय ज्ञान इस समय में बढ़ सकता है|

कन्या वालों के लिये राहू केतु का राशि परिवर्तन का फल:

छठे भाव में स्थित गुरु से द्रष्ट राहू आपको बता रहा है की खानपान की आदतें ठीक कर लीजिये अन्यथा बहुत समस्या हो सकती है| इस राहू पर मंगल की द्रष्टि भी है अतः राहू अष्टम भाव का फल भी देने में सक्षम है | आपको चाहिए की वाहन आदि का प्रयोग करते समय सावधानी बरतें अन्यथा दुर्घटना हो सकती है| शत्रुओं पर आपको विजय प्राप्त होगी किन्तु आपको मानसिक शांति नहीं मिलेगी| विवाहित जीवन में बहुत गड़बड़ी होती दिखती है और संभव है कि कुछ समय के लिए आप दोनों का वियोग हो जाए| अगर आप दोनों में नहीं बनती है तो इस समय आपका साथी आप पर कोई मुकदमा आदि भी कर सकता है| घर लेना चाह रहे हैं तो होम लोन मिलने में समस्या आ सकती है| राहू जब अपने ही नक्षत्र में होगा तो आपके लिए बहुत अच्छा समय नहीं रहेगा| आपको अचानक धन की प्राप्ति होने की प्रबल संभावना तो बनेगी किन्तु स्वास्थ्य आपकी प्रसन्नता भंग कर सकता है | आपके घर के नौकर काम छोड़कर जा सकते हैं अथवा घर में चोरी कर सकते हैं| आपको सजग रहने की आवश्यकता होगी| आपको संधिवात की समस्या भी हो सकती है| आपका पालतू कुत्ता किसी को काट सकता है अथवा आपको कोई जानवर काट सकता है दोनों ही बातें अथवा कोई एक होने की बहुत सम्भावना है| जब राहू मंगल के नक्षत्र में होगा तब आपको बहुत सावधान रहने की आवश्यकता होगी क्योंकि यह समय आपको आर्थिक हानि दे सकता है और दुर्घटना भी करवा सकता है| आपकी यात्राएं भी होंगी जो निष्फल रह सकती हैं| इस समय आपको यह ध्यान रखना है की मंगल कहाँ से गोचर कर रहा है और अगर इस समय मंगल ८-१२ से निकल रहा हुआ तो कुछ न कुछ बड़ी हानि आपको होने की बहुत संभावना है| किसी से हाथापाई होने की भी सम्भावना है|

केतु की जिनकी दशा आदि हो उनको स्वप्न में अजीब सी चीज़ें दिख सकती हैं| आपकी मोक्ष धर्म संन्यास की इच्छा बलवती हो सकती है| सफ़ेद वस्त्र पहने लोग स्वप्न में दिख सकते हैं अथवा बिना सर के प्राणी विचरण करते दिख सकते हैं| खर्चों में अचानक वृद्धि होगी | परिवार में कोई न कोई अस्पताल भी भर्ती हो सकता है| विदेश यात्रा होना बहुत संभव है | आपके गुप्त सम्बन्ध भी इस समय में बन सकते हैं| अगर आपका विदेशों से सम्बंधित कोई व्यवसाय है तो उसमें आपको हानि अथवा धोखे की सम्भावना बन सकती है| शुक्र के नक्षत्र में आने पर आपको विदेशों से धन प्राप्ति की सम्भावना बढ़ेगी| आपको काफी यात्राएं करनी पड़ सकती हैं| उस समय जो भी केतु का उप नक्षत्र स्वामी होगा उसके अनुसार आपको फल प्राप्त होंगे | धर्म में आपकी रूचि बढ़ सकती है और धार्मिक ग्रंथों के अध्ययन में आप व्यस्त हो सकते हैं लेकिन धन हेतु प्रयत्न आपके चलते ही रहने वाले हैं| स्वयं के नक्षत्र में आने पर केतु आपको पूर्ण रूप से द्वादश भाव के फल देगा जो की स्वाभाविक है की अच्छे नहीं होने वाले| इस समय में आपको अपने खर्चों पर नियंत्रण रखना होगा और स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा| अनिद्रा के शिकार भी इस समय में आप हो सकते हैं|

तुला वालों के लिये राहू केतु का राशि परिवर्तन का फल:

गर्भवती स्त्रियों को विशेष रूप से सावधान रहने की आवश्यकता होगी| गुरु के नक्षत्र में गोचर करता हुआ राहू आपके पंचम भाव में है जो कि संतानोत्पति के लिए शुभ नहीं है| ऊपर से षष्ठेश गुरु की द्रष्टि भी उस पर रहेगी और मंगल की भी| आपको अपने प्रेम प्रसंगों में भी सावधान रहना होगा| आपके प्रेम प्रसंग समाप्त हो सकते हैं| आपको चाहिए की धैर्य बनाये रखें और ग़लतफहमी नहीं होने दें| अगर कोई मुकदमा आदि चल रहा हो तो उसमें फैसला विरोधी के पक्ष में आने की सम्भावना अधिक होगी| आपकी नौकरी भी खतरे में आ सकती है और शासकीय कर्मचारी ससपेंड हो सकते हैं| आपके प्रयास पूरा फल देने में अक्षम सिद्ध होंगे और आपके अन्दर तनाव की वृद्धि होगी| आपकी अनेक यात्राएं इस समय में हो सकती हैं| धर्म आदि कार्यों से मन हट सकता है| स्वयं के नक्षत्र में आने पर राहू बहुत सबल हो जाएगा और आपके जीवन में काफी दिक्कतें ला सकता है| इस समय में आपकी किसी विधर्मी अथवा विजातीय व्यक्ति से मुलाकात हो सकती है जो प्रेम सम्बन्ध में बदल सकती है| फिल्म कला आदि क्षेत्र से जुड़े हुए लोगों को मानहानि अथवा किसी प्रकार की सामाजिक आलोचना झेलनी पड़ सकती है| आपका विवाहित जीवन भी प्रभावित होगा| मंगल के नक्षत्र में आने पर राहू आपके निजी जीवन व्यापार आदि में परेशानी करेगा और आपको अपने व्यावसायिक पार्टनर से धोखा मिलने की भी सम्भावना इस समय में बनेगी|

जिनकी केतु की दशा आदि होगी उनके लिए सब अच्छा होने जा रहा है| सूर्य के नक्षत्र में स्थित केतु आपको आशा से अधिक लाभ देने की स्थिति में है अतः इस समय में आप कोई नया उद्योग शुरू कर सकते हैं अथवा कुछ भी नया काम शुरू कर सकते हैं| जब केतु सूर्य के नक्षत्र में होंगे उसके १ माह बाद से आपको लगने लगेगा कि आपके काम कुछ जल्दी ही होते जा रहे हैं| सामाजिक प्रतिष्ठा भी बढ़ने वाली है और शासन के लोगों से आपका सम्बन्ध भी बहुत अच्छा होने जा रहा है|  आपको मित्रों रिश्तेदारों से भी सहायता प्राप्त होगी| शुक्र के नक्षत्र में आने पर भी आपकी लाभ एक्सप्रेस तेज गति से ही चलती रहने वाली है|  आपको स्वास्थ्य में लाभ होगा, भोजन में आपको ध्यान रखना है| विरासत में कुछ मिल सकता है|  कोई खोयी हुई पॉलिसी आदि आपको अचानक मिल सकती है| किसी बहुत पुराने दोस्त से अचानक मिलना हो सकता है|  काम काज अच्छा ही रहने वाला है और मित्रों के साथ आप समय का बहुत आनन्द लेने वाले हैं| इस समय में आपके गुप्त सम्बन्ध भी बन सकते हैं जो कि सामने नहीं आयेंगे| तंत्र में आपकी रुचि बढ़ सकती है और आप इस दिशा में कुछ सीखने का प्रयास भी कर सकते हैं| अपने स्वयं के नक्षत्र में आने पर केतु आपको वो सब देने में सक्षम हो जाएगा जिसकी आपको कल्पना भी नहीं होगी किन्तु शर्त येही है की आपकी केतु की दशा आदि चलनी चहिये और कुंडली में केतु अच्छा होना चाहिए|

वृश्चिक वालों के लिये राहू केतु का राशि परिवर्तन का फल:

राहू का गोचर आपके चतुर्थ भाव में होने जा रहा है| यह अच्छा नहीं होता किन्तु इस राहू पर काफी समय गुरु का प्रभाव रहेगा अतः राहू के दुष्प्रभाव से आपको काफी हद तक मुक्ति मिल जायेगी| राहू शुरू में गुरु के ही नक्षत्र में होगा और आपको स्वास्थ्य में हलकी फुल्की दिक्कत दे सकता है| आपको अपनी माता के स्वास्थ्य का तो ध्यान रखना ही होगा साथ ही अपने वाहन आदि की देखरेख सही तरीके से आपको करनी चहिये| अगर आप इस समय में कोई घर खरीदना का मन बना रहे हैं तो पूरी तरह से पड़ताल करने के बाद ही आगे बढें| गर्भवती स्त्रियों को अपने स्वास्थ्य का बहुत ध्यान रखना होगा| आपके प्रेम प्रसंग इस समय में चोट खा सकते हैं और कुछ लोगों के लिए यह अंतिम समय हो सकता है अपने प्रेमी या प्रेमिका से वार्ता आदि करने का| आपको अपने घर पर भी कुछ खर्चा करना पड़ सकता है| आपका आपके प्रतिद्वंदियों से विवाद होने के पूरे असार बने रहेंगे अतः आपको संभल कर चलना होगा| राहू जब अपने ही नक्षत्र में होगा तो आपको बहुत तंग करने वाला है| अपने ह्रदय का अपने श्वसन तंत्र का आपको ध्यान रखना चहिये| अगर आपने कोई जमीन क्रय करी है तो उसपर कोई कब्ज़ा करने का प्रयास भी इस समय में कर सकता है| ऐसा भूल से भी हो सकता है और बातचीत से आप मामला सही कर सकते हैं| आपके खेत में, अगर आप किसान हैं, कोई टोटका आदि डाल सकता है| आपको कोई ऐसी बीमारी हो सकती है जो एकदम से समझ नहीं आएगी और आपको चिकित्सक को बदलना पड़ेगा| मंगल के नक्षत्र में जाने पर आपकी नौकरी में परेशानी आ सकती है| आपकी कार्य दक्षता पर प्रश्न लग सकता है| आपको पेट की और मस्तिष्क की कोई समस्या उत्पन्न हो सकती है|

केतु की जिनकी दशा चल रही होगी उनके लिए स्थान परिवर्तन का प्रबल योग बना| केतु जब सूर्य के नक्षत्र में होगा तब आपको नौकरी में परेशानी, नौकरी से छुट्टी अथवा स्थानांतरण देखना पड़ सकता है| आपको आँखों में कोई दिक्कत आ सकती है| आपका चश्मे का नंबर बढ़ सकता है| आपमें से कुछ लोगों को पदोन्नति मिल सकती है प्रशंसा मिल सकती है किन्तु सभी के साथ ऐसा नहीं होगा| शुक्र के नक्षत्र में जाने पर केतु आपके विवाहित जीवन को तंग करना शुरू करेगा और आपके मन की शांति भंग होगी| आपका आपके जीवन साथी से अलगाव होने की स्थिति भी बन सकती जो संभव है कि कार्य आदि के कारण हो| किन्तु कुछ न कुछ खटपट आपके विवाहित जीवन में लगी रहने वाली है ऐसा आपको मानकर चलना चाहिए| विदेश जाने के योग भी इस अमे में आपके बन सकते हैं और आपकी मित्रता किसी दूर देश में रहने वाले जातक से हो सकती है| अगर आप व्यवसायी हैं तो विदेश से सम्बन्ध बन सकते हैं| स्वयं के नक्षत्र में आने पर केतु दशम भाव में स्थित होने के कारण आपको कहीं दूर भेज सकता है, आपका काम काज बुरी तरह से प्रभावित हो सकता है, आपकी नौकरी पर बन सकती है, आप कोई बड़ी गलती करके फंस सकते हैं| लेकिन कुछ लोगों के लिए यह समय बहुत ही लाभ देने वाला भी होगा निर्भर करेगा आपकी निजी कुंडली में क्या स्थिति है|

धनु वालों के लिए राहू -केतु परिवर्तन क्या फल लाएगा:

आपके तृतीय भाव से गोचर करता हुआ गुरु आपको जीवन में अधिकतर अच्छी घटनाओं से सामना करवाएगा| आपका आत्मबल अधिक हो जाएगा और आपके निर्णय लेने की क्षमता में सुधार होगा| कार्य संपन्न करने के नए विचार आपके मन में आ सकते हैं| आपके छोटे भाई बहनों से छोटा मोटा विवाद भी होने की सम्भावना होगी और आपके पड़ोसियों के साथ भी| गुरु के नक्षत्र में गोचर करते समय राहू आपको यात्राएं करने के लिए प्रेरित करेगा| यह यात्राएं आपके लिए शुभ रहने वाली हैं| आपको अपनी वाणी पर संयम रखने की आवश्यकता होगी अन्यथा आप किसी की ऐसी आलोचना कर बैठेंगे जो कि उस व्यक्ति के लिये बहुत दुखदायक सिद्ध हो सकती है| आपका अपने ससुराल पक्ष में जाने का संयोग भी इस समय में बन सकता है और आपके लिए लाभप्रद रह सकता है| विवाहित जीवन की कमियाँ दूर हो सकती हैं और ग़लतफ़हमियों पर विराम लग सकता है| स्वयं के नक्षत्र में आने पर राहू आपको बहुत जोश से भर देगा और इस जोश में आप होश भी खो सकते हैं आपको यह ध्यान रखना है| अपनी वाणी पर संयम रखें क्योंकि इस समय में आप काफी झूठ बोल सकते हैं| आप किसी का बहुत भद्दा मजाक बना सकते हैं जो कि आपसी दुश्मनी का कारण  बन सकता है| आपकी इन्टरनेट गतिविधियाँ बहुत बढ़ सकती हैं और आपका काफी समय इसमें बर्बाद हो सकता है| आप भ्रम में पड़ सकते हैं| पत्रकार गायक पॉडकास्ट करने वालों को स्टैंड अप कॉमेडी करने वालों को अपनी भाषा पर ध्यान रखना होगा| आपको कन्धों में दर्द की समस्या हो सकती है| मंगल के नक्षत्र में आने पर येही राहू आपको हाथापाई करने पर विवश कर सकता है| आपको मित्रों के साथ अधिक समय बिताने और बेकार की वस्तुओं पर खर्च करने के लिए प्रेरित कर सकता है| आपका समय अपने प्रेमी या प्रेमिका के साथ भी काफी अच्छा व्यतीत हो सकता है किन्तु गलतफहमी और बेवजह झगड़े की  स्थितियां भी बनेंगी| आपका स्वास्थ्य इस समय में बिगड़ सकता है और आपको अस्पताल भी जाना पड़ सकता है| आपका ध्यान भक्ति से पूर्ण रूप से हट सकता है और हर प्रकार के मोह में आप फंस सकते हैं|

केतु की जिनकी दशा चल रही होगी उनके लिए धर्म में विशेष रुचि जाग्रत हो सकती है| आपका झुकाव अंतरमन की तरफ हो सकता है| आपके घर के किसी बड़े, गुरु अथवा पिता का स्वास्थ्य थोड़ा ऊपर नीचे हो सकता है| आपको धार्मिक स्थलों में जाने की प्रेरणा हो सकती है और आप काफी दान पुण्य आदि भी इस समय में कर सकते हैं| किसी लम्बी यात्रा पर भी इस समय में आप जा सकते हैं किन्तु भाग्य आपको अचानक ही धोखा दे सकता है| आपको यह ध्यान रखना है कि यह समय कुछ भी नया शुरू करने के लिए नहीं हैं और न ही इस समय में आपको नौकरी आदि बदलने का सोचना चाहिए| केतु जब शुक्र के नक्षत्र में होगा तो आपकी नौकरी में परेशानी आ सकती है – नौकरी से आप निकाले जा सकते हैं अथवा आपकी नौकरी किसी दूर शहर या विदेश में मिल सकती है| नौकरी में आपको परेशानी हो सकती है| इस समय में आपकी त्वचा और गुप्तांग और गले से सम्बंधित रोग भी हो सकते हैं जो बहुत गंभीर प्रकृति के नहीं होंगे किन्तु फिर भी आपको सावधान रहना चहिये| स्त्रियों में श्वेत प्रदर की समस्या हो सकती है| मासिक धर्म अनियमित हो सकता है| अपने स्वयं के नक्षत्र में आपने पर केतु आपको धार्मिक रूप से अनियमित अथवा कट्टर कर सकता है| लम्बी यात्रा करवा सकता है| किसी शासकीय कर्मचारी से विवाद भी संभव है| आपके पिता अथवा गुरु का स्वास्थ्य अचानक से ख़राब हो सकता है| रीढ़ की हड्डी में दर्द की शिकायत हो सकती है अथवा सर्वाइकल की समस्या उत्पन्न हो सकती है| अगर आप योग करते हैं तो अच्छा होगा कि ऐसे व्यायाम से बचें जिसमें रीढ़ की हड्डी को इधर उधर करना होता है|

मकर वालों के लिए राहू – केतु परिवर्तन क्या फल लाएगा –

ऐसा ज्योतिष में माना जाता है कि राहू अथवा केतु की ख़राब जगहों में से एक धन भाव भी होता है किन्तु यह मात्र एक गोचर है अतः बहुत भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है| किन्तु फिर भी इस गोचर में राहू सबसे पहले गुरु के नक्षत्र में होगा और यदि आपकी राहू की दशा भुक्ति आदि है तो आपको इस समय में धन लाभ होने के काफी अच्छे चांसेस हैं| लेकिन आपको किसी को धन उधार नहीं देना है क्योंकि वो वापस नहीं आएगा| कुछ समय के लिए इस राहू पर गुरु की द्रष्टि भी रहने वाली है इसलिए आपको धन लाभ होने की निश्चित ही स्थिति बनेगी लेकिन किसको कितनी वो आपकी निजी कुंडली पर निर्भर करेगा| भोजन नलिका की कोई समस्या आपको इस समय हो सकती और चेहरे पर छोटा घाव भी हो सकता है| दांतों में मसूड़ों में समस्या हो सकती है| आपको अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना होगा अन्यथा आपकी वाणी ही आपकी सबसे बड़ी दुश्मन बन सकती है| किसी से बात करें तो सोच कर करें कि क्या बोलना है और कितना बोलना है| राहू जब अपने ही नक्षत्र में होगा तब आपको वाणी को बहुत संयमित रखना होगा| खानपान का विशेष ध्यान रखना होगा| आपको अपने वजन का ध्यान भी रखना होगा और आपका फोकस भी स्थिर नहीं रह पायेगा| आप कुछ बोलते-बोलते कुछ और बोल देंगे| गले में कोई इन्फेक्शन हो सकता है| आँखों में दर्द की समस्या हो सकती है| मंगल के नक्षत्र में राहू आपके लिए अच्छा हो रहने वाला है| आपका जोश बढ़ा हुआ रहेगा और आप आपको दिये हुए कार्यों को बहुत अच्छे से कर पायेंगे किन्तु आप किसी से झगड़ा भी कर सकते हैं तीखी बहस भी हो सकती है| धन की स्थिति ठीक रह सकती है| दोस्तों के साथ आप काफी समय बिताएंगे और उनपर धन का व्यय भी करेंगे| आपके नए मित्र भी इस समय में बन सकते हैं | आपको मित्रों से लाभ होगा| आमतौर पर यह हिस्सा आपके लिए अच्छा ही रहने वाला है अगर आपकी निजी कुंडली में ख़राब स्थिति नहीं है तो अन्यथा आपको राहू मंगल का दुष्प्रभाव झेलना पड़ सकता है|

अगर आपकी केतु की दशा आदि चल रही है तो पेट की समस्याएँ आपको जकड़ सकती हैं, आपको गुप्तांगों में भी समस्या हो सकती है| आपके ऊपर कोई ऊपर प्रयोग भी करा जा सकता है – बहुत से लोग इसको नहीं मानते हैं लेकिन किसी के नहीं मानने से रात दिन नहीं हो जाती है – मेरा सिर्फ येही कहना है ऐसे लोगों को| जब तक केतु सूर्य के नक्षत्र में रहेगा आपको सतर्क रहना चहिये| अगर आप मद्यपान करते हैं तो नियंत्रित रूप से कीजिये| खानपान का भी ऐसे ही ध्यान रखिये| आपकी आँतों में जलन की शिकायत आपको बार-बार हो सकती है अतः कोई अच्छा antacid हमेशा घर में रखिये| ५-१० भावों के स्वामी शुक्र के नक्षत्र में आने पर यह केतु आपको सेक्स के लिए बहुत प्रेरित कर सकता है जिसका अंत आपको कोई व्यापक गुप्त रोग में भी हो सकता है| आपके गुप्त सेक्स सम्बन्ध भी इस दौरान हो सकते हैं जो कि स्थायी नहीं होंगे और आपके लिए बदनामी मानहानि का कारण भी बन सकते हैं| आपको नौकरी में भी दिक्कतें आ सकती हैं और नौकरी जाने की सम्भावना से भी इनकार नहीं करा जा सकता है| अगर आपकी कुंडली में ख़राब दशा चल रही है तो नौकरी जाने के पूरे योग हैं अथवा आप किसी झूठे इलज़ाम में फंस सकते हैं| केतु जब अपने ही नक्षत्र में होगा तो आपके लिए बहुत ही ख़राब समय होगा क्योंकि वह पूर्ण रूप से अष्टम भाव के फल आपको देगा| आपको खानपान और तीव्र भावनाओं पर नियंत्रण रखना होगा| आपके मान सम्मान की हानि संभव है किन्तु उसके लिए कुंडली में बहुत ही ख़राब ही समय होना चहिये जो कि किसी रूप से केतु से सम्बंधित हो अन्यथा चिंता की कोई बात नहीं है| पेट की समस्याएँ अवश्य ही कम या अधिक तीव्रता से आपको परेशान करेंगी|

कुम्भ वालों के लिए राहू – केतु परिवर्तन क्या फल देगा –

लग्न में स्थित राहू आपको नए-नए स्वप्न दिखायेगा | लेकिन आपको इनमें पड़ कर सत्य से दूर नहीं होना है| आपकी सोच में बहुत परिवर्तन होने जा रहा है| आप आने वाले धन को भी हेकड़ी दिखाने के चक्कर में ना बोल सकते हैं| नुक्सान आपका ही होना है| गुरु के नक्षत्र में और गुरु से द्रष्ट राहू निश्चित ही कुछ स्थितियां ऐसी जन्म देगा जिसमें की आपको धन लाभ होने की सम्भावना बनेगी- आप पर निर्भर करेगा कि आप उस समय क्या निर्णय लेते हैं| मौका अवश्य आएगा| आपका वजन भी बढ़ेगा और आप उसमें कुछ कर नहीं कर पायेंगे| आपको अजीब से स्वप्न भी आने शुरू होंगे जिसमें कि आप अजीब सी हरकतें करेंगे| ध्यान करना इस समय में अच्छा होगा और रात्रि में गायत्री मन्त्र की एक माला करना बहुत लाभप्रद रहेगा| श्री कालाहस्ती मंदिर भी आप जा सकते हैं जो तिरुपति के पास स्थित है| आपके मित्र आपके लिए सहयोग करेंगे और आप उनके साथ अच्छा समय बिता सकते हैं| परिवार में कुछ खटपट हो सकती है| प्रेम संबंधों में आपका अहंकार आड़े आ सकता है और रिश्ता ख़राब हो सकता है| राहू जब अपने ही नक्षत्र में आएगा तब आपको सर दर्द आँखों में दर्द अजीब से स्वप्न आदि दे सकता है| आपकी नींद भी उन्ती गहरी नहीं होगी जितनी इसके पहले होती थी| आपको एक अनजान सा भय बना रहेगा और बिना किसी बात के उत्तेजना बनी रहेगी| आपका रक्तचाप बढ़ सकता है| मस्तिष्क की क्रियाशीलता में कमी आ सकती है अर्थात आपके निर्णय लेने की क्षमता में कमी आ सकती है| मंगल के नक्षत्र में जब राहू आएगा तो आपको बिना किसी बात के लोगों से झगड़ने के लिए प्रेरित करेगा विशेष रूप से आपके कार्य स्थल पर अथवा किसी यात्रा में आप अपना आपा खो सकते हैं| इस समय में जो कि २०२६ में आना है आपको संयमित रहना है| आपको घर बैठे ही कोई चोट लग सकती है अथवा कोई घाव हो सकता है| आपकी कार्य दक्षता बहुत अच्छी हो जायेगी और निर्णय लेने में और उसको कार्यान्वित करने में आप सबसे आगे होंगे| आप कुछ समय के लिए अपने दल के लीडर भी बन सकते हैं|

केतु की जिनकी दशा होगी उनके लिए समय निश्चित रूप से ख़राब है| शुरू में जब केतु सूर्य के नक्षत्र में होगा तब आपके विवाहित जीवन में अनेक प्रकार की समस्या देगा और जिनके जीवन में तलाक आदि की बातें चल रही हैं और केतु से दशा स्वामी का सम्बन्ध है उनके लिए तलाक का समय आ गया है ऐसा माना जा सकता है| निर्भर करता है कि निजी कुंडली में क्या स्थिति है| सेक्स में अचानक ही आपकी अरुचि हो सकती है जिस से आपके साथी के साथ बेमतलब का तनाव और ग़लतफहमी हो सकती है| जबकि आपके में विचार ही आना बंद हो सकते हैं| आँतों में जलन और ऐंठन होने की संभावना है| शुक्र के नक्षत्र में आने पर आपके मन में दूर स्थानों में घूमने की इच्छा हो सकती है, धर्म स्थलों पर जाकर दान पुण्य करने का आपका मन हो सकता है| आपके मन में गीत संगीत फिल्म आदि के प्रति आकर्षण उत्पन्न हो सकता है और आप स्वयं को बेहतर तरह से सुसज्जित करने में अधिक ध्यान दे सकते हैं| आपका ध्यान सेक्स की तरफ बहुत अधिक आकर्षित हो सकता है और कोई स्व-व्यवसाय करने का भी आप सोच सकते हैं| धन के लिए प्रयास अधिक करने पड़ेंगे और आपको संतोष नहीं होगा| जब अपने ही नक्षत्र में केतु आएगा तो आपके मन में अजीब सी विरक्ति आपने साथी के प्रति देगा और आपका व्यवहार बहुत रूखा हो सकता है| आपके मन में कुछ अलग ही बातें चलती रहेंगे और आपका साथी आपको बिलकुल भी नहीं समझ पायेगा| लेकिन आपका मन बहुत अधिक सेक्स की तरफ आकर्षित हो सकता है और आप अपने साथी  से बाहर जाकर अपनी सेक्स की पूर्ति करने की सोच सकते हैं| आप किसी निम्न स्तर के व्यक्ति के पास जाकर अपनी कामेच्छा की तृप्ति कर सकते हैं अथवा कर सकती हैं | यह अधिक निर्भर करेगा की आपकी कुंडली में क्या दशा चल रही है न कि सिर्फ इस गोचर पर| गोचर सिर्फ कुंडली की शर्तों को हामी देता और कुछ नहीं|

मीन वालों के लिए राहू-केतु का परिवर्तन क्या फल देगा –

द्वादश भाव में आया हुआ राहू कुछ अच्छा भी देकर जायेगा| आप में से जो लोग घर आदि लेना चाह रहे हैं और इस दिशा में प्रयास कर रहे हैं उनकी यह इच्छा पूर्ण हो सकती है| लेकिन आपको बहुत सोच समझकर ही आगे बढ़ना चहिये| जिन लोगों के मुकदमों का परिणाम आने वाला है वो निराश हो सकते हैं| विदेश यात्रा होने की बहुत सम्भावना है| स्वास्थ्य का आपको ध्यान रखना है अन्यथा अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति बन सकती है| आपकी नींद में कमी आ सकती है अथवा नींद में बेकार के सपने आ सकते हैं| आपको कभी सर्प दिख सकते हैं कभी अजीब से लोग या चेहरे दिख सकते हैं लेकिन आपको इनसे किसी भी रूप में भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है| यह सब कौतुक है राहू का जिस से अगर आप विचलित नहीं होंगे तो अपने आप बंद हो जाएगा| गुरु के बाद राहू अपने ही नक्षत्र में जाएगा सतभिषा में जो कि बहुत लम्बा समय होगा| यह आपके लिए अच्छा समय बिलकुल भी नहीं होने वाला किन्तु इसमें भी अच्छाई यह है कि अधिकतर बातें काल्पनिक ही रहने वाली हैं अर्थात आपको जो डर सताएगा वो वास्तव में होगा कहीं भी नहीं| मनोबल को बनाये रखना ही इस राहू की प्रकृति से निजात पाने का सही तरीका है| आपके दूर देशों के लोगों से सम्बन्ध बन सकते हैं| किसी अनैतिक गतिविधि में आप संलिप्त हो सकते हैं| आप पकड़े भी जा सकते हैं|  किसी विदेश यात्रा में आपके साथ चोरी की घटना होना संभव है| आपके घुटनों और पिंडलियों में दर्द की समस्या उत्पन्न हो सकती है| मंगल के नक्षत्र में आने पर आपके खर्च बढ़ेंगे और आपके घर परिवार के लोगों से आपका विवाद होने की सम्भावना भी बढ़ेगी| आपका खर्च घर की आवश्यकताओं से अधिक फ़ालतू की चीज़ों पर अधिक होगा| इस गोचर के कुछ हफ्ते बाद ही आपको कोई ऐसा रोग पकड़ सकता है जो एकदम से चिकित्सक की समझ में नहीं आएगा और आपको चिकित्सक भी बदलना पड़ सकता है|

केतु की जिनकी दशा आदि होगी उनके लिए पेट की समस्या होने की प्रबल संभावना होगी| आपको गैस, अंतड़ियों की सूजन, अपच आदि झेलना पड़ेगा| आपके घर के नौकर चोरी कर सकते हैं| कोई मुकदमा आदि चल रहा होगा तो आपकी जीत की संभावना अधिक होगी| शासन के लोगों से आपके सम्बन्ध अच्छे हो सकते हैं| बैंक से क़र्ज़ लेना चाह रहे हैं तो आपको कुछ समस्या के बाद मिल ज़रूर जाना चहिये| आपके किरायेदार आपको परेशान कर सकते हैं| आप किसी प्रतियोगिता आदि में विजय प्राप्त कर सकते हैं| आपका चयन किसी शासकीय प्रतियोगिता में होने की सम्भावना बनी रहेगी| आपकी नौकरी में पदोन्नति हो सकती है अथवा आपको बेहतर नौकरी मिल सकती है| आपका स्थान भी बदल सकता है| शुक्र के नक्षत्र में जाने पर आपको केतु मानसिक अवसाद से ग्रस्त कर सकता है| आपको आर्थिक हानि हो सकती है| आपको गुप्त रोग या चमड़ी के रोग घिनौने प्रकार के हो सकते हैं| काम वासना की अधिकता आपको शारीरिक रूप से कमज़ोर कर सकती है| किसी सामाजिक रूप से निम्न स्तर के व्यक्ति से आपके यौन सम्बन्ध बन सकते हैं| आप किसी की मानहानि के कारण बन सकते हैं| छोटी यात्राओं में दुर्घटना होने की सम्भावना भी बनी रहेगी| जब केतु स्वयं के नक्षत्र में होगा तब आपको सभी प्रकार से सचेत रहने की आवश्यकता होगी| अपने नक्षत्र में स्थित केतु पूरी तरह से आपकी चल रही दशाओं गोचर के ग्रहों की द्रष्टियों के अनुसार फल देगा|